#kchbaatenmnki ये कैसा धर्म


मन कभी-कभी अजीब हो उठता है, जब लोगों के दो तरह के चेहरे देखती हूँ, कुछ लोग ईश्वर में बहुत आस्था रखते हैं, रोज मंदिर जाते हैं, पूरी तरह से समर्पित,पर ये समपर्ण, ये आस्था कितनी सही है और कितनी गलत कुछ कह पाना मुश्किल है 

ईश्वर के करीब रहने वाला इंसान लोभ,मोह माया,ईर्ष्या, द्वेष से तो दूर हो जाना चाहिये, पर कया ऐसा हो पाता है।
नहीं होता तो फिर कया मतलब आस्था के ढोंग का, जब ऊपरवाले की सोहबत भी आपके अन्दर की बुराईयों को कम न कर सके तो उसके आगे सर झुका कर उसे शर्मिंदा ही करना है.....  🙏🙏





उसके दर पर जब जाया करों 
अपना दिल घर छोड़ जाया करों 
इसी दिल में होते है ना 
ईर्ष्या, नफ़रत, दुश्मनी, मक्कारी 
ऐसे दिल को हम उस के दर पर ले जाएँगे 
उसका पावन घर भी, अपवित्र कर आएंगे 

कुछ लोग रोज मंदिर जाते हैं 
उनके दिलों में कया कुविचार नहीं आते हैं 
इश्वर का सान्निध्य क्यो उनको पावन नहीं बना पाता 
कयोकि वो उसके दर पर,
 कभी साफ दिल नहीं जाता 
उसे सब पता है, मैंने अक्सर सुना है 
उससे कुछ नहीं छुपा, ये कहते हैं 
तो कया हमारे दिलों की बातें 
वो उससे छुपा सकते हैं हम
हम खुद को धोखा देते हैं 
दुनिया को भी 
उपर वाले को भी नहीं छोडते 

सारे बुरे काम करते हैं 
और मंदिरों मे जाकर सिर झुकातें है 
एक हाथ से दुनिया को लूटते है 
दूसरे हाथ से मंदिरों मे चढावा चढा आते हैं 
जब ईश्वर को सब पता है 
तो वो भी तो देख रहा होगा 
ऐसे लोगों के कर्मो का लेखा जोखा लिख रहा होगा 
उन्हे बेशक ये लगे कि उनकी बुराईयां
 आस्था की आड़ में 
छुपा ले जाएँगे  
पर ऐसा कहाँ हुआ है 
बहुत सी कहानीयां सुनी है 
और इतिहास गवाह है 
रावण को भी मन की बुराई
ने बरबाद किया 
ना सोने की लंका काम आई
ना प्रकांड पंडित होना 
न  अथाह शक्ति काम आई 
न शिव का परम भक्त होना

सब कुछ सबको पता होता है 
फिर भी हम क्यो नहीं समझ पाते 
अपने मन की कालिख ऊपर वाले पर पोत आते 
आखिर कब तक वो भी ये सब सहेगा 
जब थक जायेगा तुम्हे साफ करते करते 
फिर एक दिन तुम्हे तुम्हारे कर्मों के अनुसार फल देगा 

हर मन में ईश्वर बसता है ना 
तो मन को भी मंदिर बना लो 
और जैसे मंदिर को पवित्र रखते हो 
अपने मन को पावन बना डालो 
उस के दर पर जब 
ये पावन मन ले कर जाओगे 
तब ही ईश्वर के सच्चे भक्त कहलाओगे 











Comments

  1. Waah....Bahut badiya....Or satik likha he...Insan apne kiye par parda dalta he bas per iska matlab ye nhi ki uski galtiya chup gyi....Burai ka ant bhi bura hi hota he ����
    Really Touched����

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    1. Thank you so much .. sach jaante sb hai pr samjhna koi ni chahta

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  2. Pennd beautifully.. Sacchai ko is tarah se pesh Krna B hunar h.. K wo seedhe tamacha na lagte hue andar se hame jinjhod de. Sabak de jaye... Bahut hi zabardast!!

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