जिंदगी को जीने के,
अपने ही अंदाज बना,
कौन क्या कहेगा,
इस बात को दिल से ना लगा,
थाम कर रख सच का दामन,
झूठ से बच कर जरा,
व्यर्थ की लफ्फाजियों में,
तु अपना वक्त ना गंवा,
प्यार कर जिंदगी से
खुद से दोस्ती निभा,
दूसरों की मीन-मेख सुन कर,
खुद को, खुद का दुशमन ना बना,
उम्र कितनी जिंदगी की
ये भला किसको पता,
जितने भी पल हाथ में है,
हर पल को रंगों से सजा,
जो मिला जैसा मिला,
हर बात का लुत्फ उठा,
जिंदगी से इश्क कर हो जा फना ।
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