#kchbaatenmanki .. एक गुजारिश
उसे मत करो मजबूर इतना
कि वो टूट कर बिखर जाए
उसकी सीमाएं मत बांधो
उसे मन का उसके जीने दो
उसे पंख फैला कर उड़ने दो
उसे चोट देने की कोशिश न करो
नाजुक है वो कमजोर नहीं
उसे समझनेकी कोशिश तो करो
उसे बस खुद को
साबित करना है
करती किसी से
कोई होड़ नहीं
उसने सीखा है मुश्किलों में जीना
उसके जैसा कोई और नहीं
कितनी अग्नि परीक्षाओं से
गुजरना पड़ता है
कितने अरमानों को
कुचलना पड़ता है
कितनी बार अपने जन्म के लिए
शर्मिंदा होना पड़ता है
कितनी आशाएँ मर जाती हैं
कितनी मुस्कान खो जती हैं
फिर भी निरन्तर सदियों से
अपने अस्तित्व की खोज जारी है
महज एक जिस्म नहीं है
जान है उसमें, धड़कन भी है
सपने वो भी
बुना करती है
आशाओं को
पूरा करने की
कोशिश में
दिन रात
जला करती है
दिया हो अगर तुम
वो तुम्हे रोशन
करने वाली
बाती है
वस्तु नहीं है कोई
वो निर्जीव,पाषाण,
औरत है वो, नारी है।
औरत है वो नारी है ।
उसे मत करो मजबूर इतना
कि वो टूट कर बिखर जाए
उसकी सीमाएं मत बांधो
उसे मन का उसके जीने दो
उसे पंख फैला कर उड़ने दो
उसे चोट देने की कोशिश न करो
नाजुक है वो कमजोर नहीं
उसे समझनेकी कोशिश तो करो
उसे बस खुद को
साबित करना है
करती किसी से
कोई होड़ नहीं
उसने सीखा है मुश्किलों में जीना
उसके जैसा कोई और नहीं
कितनी अग्नि परीक्षाओं से
गुजरना पड़ता है
कितने अरमानों को
कुचलना पड़ता है
कितनी बार अपने जन्म के लिए
शर्मिंदा होना पड़ता है
कितनी आशाएँ मर जाती हैं
कितनी मुस्कान खो जती हैं
फिर भी निरन्तर सदियों से
अपने अस्तित्व की खोज जारी है
महज एक जिस्म नहीं है
जान है उसमें, धड़कन भी है
सपने वो भी
बुना करती है
आशाओं को
पूरा करने की
कोशिश में
दिन रात
जला करती है
दिया हो अगर तुम
वो तुम्हे रोशन
करने वाली
बाती है
वस्तु नहीं है कोई
वो निर्जीव,पाषाण,
औरत है वो, नारी है।
औरत है वो नारी है ।
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