कुछ और पंक्तियाँ एक प्यार भरे रिश्ते के नाम
रिश्तों का आधार है प्यार। कोई एक नाम नहीं है प्यार के इस बंधन का ।
जिस साथ में सुकून मिले वो प्यार है ।
फिर वो चाहे पास हो या दूर । वो कोई बहुत अपना हो या कोई जिसे हम अपना माने । कोई दोस्त हो या कोई अजनबी
हम महसूस कर सकते हैं। अपने आस-पास उस साथ को उस एहसास को
तुम्हे महसूस करती हूँ,
हर पल अपने, आस पास
जब तुम सामने होते हो,
बस तुम्हे देखने को,
जी चाहता है,
जब तुम पास, नहीं होते,
मेरी नज़रें बस,
तुम्हे तलाशा करती है,
जब तुम बातें,करते हो
बस तुम्हे सुनने को,
जी चाहता है।
जब तुम हौले से,
हंस देते हो,
तुम्हारी हंसी की,
खनक भूलती नहीं मुझे,
जब जरा तुम्हे,उदास देखूं
मेरी आँखें, नम हो उठती है
तुम्हारे हर दर्द की टीस,
मेरे दिल को, बहुत चुभती है,
अपने हाथों को,
जब पहली बार,
तुम्हारे हाथों में, दिया था मैंने
उस पल से, आज तक
अपने हाथों में,
तुम्हारे हाथों की,
छुअन महसूस, हुआ करती है मुझे,
जब तुम पास, नहीं होते
मैं अपने हाथों को,
छू कर तुम्हे,
महसूस कर लिया करती हूँ,
मैं कहीं भी रहूँ,
भीड़ में या तनहाई में,
तुम्हारा खयाल,
हमेशा मेरे, साथ - साथ,
रहता है,
तुम संग हो,
तो मेरी आँखों का,
नूर देखो,
तुम्हारा दिल मेरी,
आंखों में मुस्कुराता है।
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Just amazing Alka ji...and its true its not necessary to being together to feel the love...
ReplyDeleteYes Priya .. ye bs mehsoos kiya ja sakta hai ..
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